Pravasi Mithila

17.7.13

कतेक पीढ़ीक बाद

दुनु साँझ चुलहा पजडलै
कतेक दिनक बाद
पुरान धोती, नुआ छुटलै
कतेक पीढ़ीक बाद
नवका कपडा लेल दोकान गेलै
कतेक पीढ़ीक बाद
बोनि में भेटलै टाका
कतेक पीढ़ी-दर-पीढ़ीक बाद
अप्पन डीह पर घsर बनलै
कतेक पीढ़ीक बाद
बकरी घsर मे गाय बरद छै
कतेक पीढ़ीक बाद
गिरहत हरवाई सँ छुट्टी भेटलै
कतेक पीढ़ीक बाद
चरवाही छोड़ी दिल्ली, पंजाब कमाई छै
कतेक पीढ़ीक बाद
गाईर सँ नहि नाम पुकारै छै
कतेक पीढ़ीक बाद
जजमानक सुदी सँ छुट्टी भेटलै
कतेक पीढ़ीक बाद
ओकरो कोठी चाउर देखलकै
कतेक पीढ़ीक बाद
अप्पन हिसाब सँ भोट देलकै
कतेक पीढ़ीक बाद
ओकरो नवगछ्ली टुकला देलकै
कतेक पीढ़ीक बाद
पायल के झुन-झुन सुनलकै
कतेक पीढ़ीक बाद
ओकरो बैंक में खाता खुजलै
कतेक पीढ़ीक बाद
डिबिया नहि लालटेम जड़बै छै
कतेक पीढ़ीक बाद      
ओकरो बच्चा इस्कूल गेलै
कतेक पीढ़ीक बाद
टोल में पहिल मैट्रिक केलकै
कतेक पीढ़ीक बाद 
ओकरो बेटा कॉलेज देखलकै
कतेक पीढ़ीक बाद
साईकिल चढि बजाड़ घुमै छै
कतेक पीढ़ीक बाद

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें