Pravasi Mithila

1.10.13

लेने चलु दुर्गा स्थान (बाल कविता)

बाबा यौ हमरा अपना संग
लेने चलु दुर्गा स्थान
लाई झिल्ली कचरी बिकाई छै
रंग-बिरंग खिलौना के दोकान

देखियै धुक-धुक रेल चलै छै
पी पी कs के चलै छै कार
बानर डिम-डिम ढोल बजबै छै
भालु नचैया चाभीक सुर-ताल

बौआ लेल पिपही किन दिआ
हमरा लेल तीन-चारि टा खिलौना
भरि मटकुरी रसगुल्ला किन दिया
पुरा पौंकेट रामदाना

आई राईत अहाँक संग हम
देखबै छकरबाजी के नाच
भैया सबहक उगना नाटक में
विद्यापति कोना त्यागलथि प्राण  
लेने चलु दुर्गा स्थान

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