Pravasi Mithila

13.8.13

बाबु हमहुँ जायब स्कुल

बड़का भैया कॉलोज जाय छै
छोटका भैया हाई स्कुल
हमर पढाईक नामे सुनु किया
लै छी कान मे तुर
बाबु हमहुँ जायब स्कुल

हमर संगी सब ठेकना, बेकना
पढै लिखैया पोथी खुब
हमरा अहाँ घsर बैसा के
करै छी बड़का भुल
बाबु हमहुँ जायब स्कुल

भोरे उठि हम अँगना बहारब
निपब चिकैन माटि लs नुर
झट दय बर्तन बासन धो के
मुदा जायब स्कुल जरुर
बाबु हमहुँ जायब स्कुल

रचनाकार :- दयाकान्त 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें