Pravasi Mithila

1.6.13

तितली (बाल कविता)


तितली रानी तितली रानी
अहाँक रंग-रूप बड सुहानी
भरी दिन हमरा दौराबै छी
हाथ कखनो नहि आबै छी
कखनो चम्पा कखनो चमेली
सबटा फुल अछि अहाँक सहेली
रंग-बिरंगक फुल पर हरदम
रहैत अछि अहाँक बास
बैसल देखैत छी गाछ पर कखनो
जाई छी हमहू अहाँक पास
देखिते हमरा अहाँ उडि जाई छी
मोन भs जायत अछि उदाश
माय गे हमरो पैख लगा दे
तितली रंगक कपडा सिया दे
उडैत रहबै तितली के संग
भरी दिन हमहु आकाश 
लागत भुख-प्यास जखन हमरा
दौरल आयब हम तोरे पास

रचनाकार;- दयाकान्त  

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